
इस समय पूरे अफगानिस्तान में अफरा-तफरी मचा हुआ है। काबुल पर तालिबान ने अपना कब्जा जमा चुका है। अब पूरे अफगानिस्तान पर तालिबान अपना नियम बनाएगा और उसे लागू करेगा।

जो तालिबान के द्वारा बनाए गए नियम को नहीं फॉलो करेगा उसे गोलियों से भून दिया जाएगा। अफगानिस्तान के लोग काफी डरे हुए है। लोगों ने बीच दहशत बनी हुई है। लोग उस जगह से किसी दूसरे सुरक्षित जगह पर पलायन कर रहें है।
इस दौरान हजारों-लाखों निर्दोष मारे गए है। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी भी देश छोड़कर जा चुके है। स्थानीय लोग भी बड़ी संख्या में काबुल एयरपोर्ट पर जा रहे है।
ऐसे में काफी लोगों के मन में यह सवाल आ रहा है कि तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान के क्रिकेट टीम का क्या होगा?
तालिबान और क्रिकेट टीम
अफगानिस्तान में अक्टूबर के महीने में T-20 वर्ल्ड कप खेला जाने वाला था। लेकिन इस समय के हालत को देकर कुछ कहा नहीं जा सकता है।
अफगानिस्तान के क्रिकेट का इतिहास 80 दशक से हुआ था। जब से अफगानिस्तान की क्रिकेट टीम इम्प्रूव करती जा रहा है। अफगानिस्तान की क्रिकेट टीम इतनी मजबूत है कि उसने कई कर पाकिस्तान, श्रीलंका के क्रिकेट टीम को हरा चुकी है।
अफगानिस्तान की क्रिकेट टीम भारत जैसी पवरफुल टीम को टक्कर देती है।
इस पर 2 साल पहले रशीद खान पूर्वी तालिबान गए थे। तब तालिबान के कुछ लड़कों का एक विडिओ वायरल हुआ था। जिसमे वह कह रहा था कि “मुझे तो बहुत सारे खिलाड़ी पसंद है लेकिन राशिद खान की गेंदबाजी बहुत ही पसंद है”।
तालिबान के एक कमांडर का भी एक क्रिकेट टीम को पसंद किये जाने वाला विडिओ वायरल हुआ था। ।