
विक्षेज्ञयों का कहना है कि अगस्त के लास्ट वीक या सितंबर में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। लेकिन कुछ हालात को देखकर ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर के संकेत शुरू हो गए है।
इस समय मौसम बुखार, खांसी व जुखाम के मरीज लगातार बढ़ रहे है। यमुना नगर में सकरकारी अस्पताल में 15-20 ऐसे केस रोजाना देखने को मिल रहे है। और प्राइवेट अस्पताल में तो और भी ज्यादा संख्या में है।
अभी तो कोरोना के मामले कम है इसलिए डॉक्टर इसे सीज़नल फ्लू बता रहे है। भले ही कोरोना के मामलों में गिरावट आई है, लेकिन हमे सावधानियाँ बरतनी चाहिए।
अगर ऐसे लक्षण है तो हो जाइए सतर्क
डॉक्टर का कहना है कि इसके मामले और भी अधिक है बहुत से लोग बस मेडिकल से दवा लेकर खा रहें है। वे सैम्पल जांच करने से कतरा रहे है। लोगों के बीच इस समय कोरोना का भय नहीं है। कोरोना के मामले भले कम हुए है लेकिन इसका खतरा टला नहीं है।
डॉक्टर के रिपोर्ट के मुताबिक किसी भी प्रकार का खांसी, जुखाम व बुखार हो तो जांच करवाना बहुत ही जरूरी है।
फिजीशियन डॉ. नितिन गुप्ता का कहना है इस समय ओपीडी में खांसी व बुखार के अधिक मात्रा में मरीज आ रहे है। उन मरीजों को सांस फूलने की दिक्कत भी सामने आ रही है।
अभी कोरोना पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। इसलिए अगर आपको बुखार व खांसी के लक्षण दिखें तो तुरंत जांच करवाकर सैम्पल जांच करवा लें।