
स्कूल टाइम से ही कुछ बच्चों को इकोनॉमिक्स विषय काफी पसंद होता है. इकोनॉमिक्स एक ऐसा सब्जेक्ट है, जिसमें कई अन्य विषय भी जुड़े रहते हैं. अगर आपकी इकोनॉमिक्स में रुचि है तो 12वीं के बाद बीए इन डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स की डिग्री ले सकते हैं (BA Development In Economics).
बीए डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स 3 साल का अंडरग्रेजुएट डिग्री कोर्स है. इस कोर्स को 6 सेमेस्टर में बांटा गया है. इस कोर्स के अंतर्गत एक साल में 2 सेमेस्टर पढ़ाए जाते हैं. हर सेमेस्टर पूरा होने के बाद सेमेस्टर परीक्षा करवाई जाती है. इस कोर्स में स्टूडेंट्स कक्षा 12वीं के बाद एडमिशन ले सकते हैं (Career Options After 12th).
एडमिशन प्रोसेस
बीए डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स कोर्स में एडमिशन सिर्फ एंट्रेंस एग्जाम के जरिए लिया जा सकता है (BA Development In Economics). इस कोर्स को पूरा करने के बाद स्टूडेंट्स के पास ढेरों करियर विकल्प मौजूद होते हैं. बीए डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स कोर्स की फीस लगभग 3 हजार रुपये से शुरू होकर 2 लाख तक हो सकती है.
बीए डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स के लिए जरूरी योग्यता
डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स में बीए करने के लिए स्टूडेंट्स के पास कुछ ज़रूरी योग्यता होना अनिवार्य है. इससे अपने मनपसंद कॉलेज में एडमिशन हासिल कर सकेंगे-
1. कम से कम 12वीं पास कर चुके हों.
2. इस कोर्स में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स के 12वीं में कम से कम 55 प्रतिशत अंक होना अनिवार्य है.
3. इस कोर्स में सिर्फ एंट्रेंस एग्जाम के जरिए एडमिशन मिलेगा.
4. किसी भी स्ट्रीम के स्टूडेंट्स यह कोर्स कर सकते हैं.
डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स में जॉब प्रफाइल और सैलरी
1. टीम लीडर के तौर पर काम करने वाले सालाना लगभग 7 लाख रुपये के आस-पास तक कमा सकते हैं.
2. मैनेजिंग एडिटर की पोस्ट पर काम करने वाले सालाना लगभग 7.50 लाख रुपये के आस-पास तक कमा सकते हैं.
3. इकोनॉमिक्स टीचर के तौर पर साल में 2 लाख रुपये तक कमा सकते हैं.
4. कंटेंट डेवलपर के तौर पर सालाना लगभग 2.43 लाख रुपये तक कमा सकते हैं.
5. डेटा एंट्री ऑपरेटर के तौर पर सालाना 1.50 लाख रुपये के आस-पास तक कमा सकते हैं.
डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स के बाद स्कोप
यह कोर्स करने के बाद आपके पास कई करियर ऑप्शन मौजूद रहेंगे. इसके अलावा स्टूडेंट्स आगे पढ़ाई भी जारी रख सकते हैं.
1. एमए इन डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स
2. एमफिल इन डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स
3. पीएचडी इन डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स