
Rewari News : रेवाड़ी।कोरोना महामारी के संभावित तीसरी लहर के चलते रेवाड़ी के सरकारी अस्पतालों को उपचार की आवश्यकता है. नागरिक अस्पताल को 100 से 200 बेड का बनाने की घोषणा 1 साल पहले ही हो चुकी है. अगर संसाधनो की बात की जाए तो यहां डॉक्टर हो स्टाफ नर्स की काफी कमी हुई है . लेकिन अच्छी बात है कि अस्पताल में 8 वेंतीलेटर चालू है अगर किसी को वेंटिलेटर की जरूरत होती है तो उसे अस्पताल में भर्ती किया जा सकता है.
इन व्यवस्थाओं सुधारने के लिए अनुबंध के आधार पर भर्तियों की तैयारियां चल रही है. रेवाड़ी के बाद दूसरा सबसे बड़ा 50 बेड का अस्पताल कोसली में है. यहां भी तीन वेंटिलेटर लगाए जा चुके हैं. 2 वेंटिलेटर बावल में भी लगाए गए हैं. मई 2020 में रेवाड़ी के नागरिक अस्पताल को 100 से 200 बेड करने की घोषणा की गई थी और इसके लिए पीएमओ तक की नियुक्ति भी हो चुकी थी लेकिन अगर स्टाफ की बात की जाए तो 200 बेड का तो छोड़ो 100 बेड के लिए भी पर्याप्त नहीं है. पुरानी व्यवस्था की बात करें तो नागरिक अस्पताल में 55 डाक्टरों की पोस्ट है जिनमें से 20 पद खाली है. इनमें से 9 डॉक्टर से जो लंबे समय से छुट्टी पर चल रहे हैं. बचे हुए 30 डॉक्टर्स पर ट्रामा सेंटर की जिम्मेदारी है. वही 4 साल से 64 स्टाफ नर्स और 9 नर्सिंग सिस्टम की पोस्ट खाली पड़ी है.
बच्चों के लिए भी है आरक्षित बेड
तीसरी लहर में ज्यादा खतरा बच्चों को बताया जा रहा है.इसके लिए नागरिक अस्तपाल में 28 आईसीयू बेड आरक्षित है. इनमे 20 छोटे बच्चों के लिए है.
110 डॉक्टर व 180 स्टाफ नर्स की है जरूरत
200 बेड के अस्पताल को चलाने के लिए रेवाड़ी में 110 डॉक्टर और 180 स्टाफ नर्स की जरूरत है. लेकिन कार्य में अभी केवल 35 डॉक्टर होना 26 स्टाफ नर्स हैं.
और करोना की तीसरी लहर से पहले स्टाफ की पर्याप्त मात्रा जरूरी है. अगर समय पर स्टाफ की भर्ती नहीं हुई तो पहले की तरह परेशानियां हो सकती हैं. हालांकि स्टाफ की कमी को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अनुबंध के आधार पर तैयारियां चल रही है.
सीनियर मेडिकल अफसर डॉक्टर कृष्ण कुमार के मुताबिक संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियां बड़े स्तर पर चल रही है. ऑक्सीजन प्लांट चालू हो चुका है और जरूरत के हिसाब से डॉक्टर की भर्ती प्रक्रिया भी चल रही है. स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाकर लोगों का अच्छा इलाज करने पर ही पूरा फोकस किया गया है.