
दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) में 1 नवंबर से नए सेशन शुरू की जाएगी. इस बारे में कुलपति योगेश सिंह (Yogesh Singh) ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) अंडर ग्रेजुएट में एडमिशन लेने वाले छात्रों के लिए 1 नवंबर से पहला सेमेस्टर शुरू करेगा. इसके लिए भले ही नई प्रवेश प्रक्रिया के माध्यम से उम्मीदवारों को सीटें आवंटित करने के सभी दौर पूरे हों या नहीं.
दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) ने सोमवार को कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) के नतीजों के जरिए एडमिशन के लिए पंजीकरण कराने के लिए उम्मीदवारों के लिए कॉमन सीट एलॉटमेंट सिस्टम शुरू की है. विश्वविद्यालय ने इस सिस्टम के माध्यम से तीन चरणों की प्रवेश प्रक्रिया के लिए कोई डेटशीट या समयसीमा जारी नहीं की है, लेकिन 3 अक्टूबर तक पंजीकरण बंद करने और 10-12 अक्टूबर तक सीटों के आवंटन के पहले दौर शुरू करने का लक्ष्य रखा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सिंह ने कहा कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा CUET का रिजल्ट घोषणा की संभावना में विश्वविद्यालय ने एक निश्चित प्रवेश कैलेंडर जारी नहीं किया है. NTA ने कहा है कि रिजल्ट 15 सितंबर को घोषित किए जाएंगे. अगर वे तब तक इसकी घोषणा नहीं करते हैं, तो चीजें बदल दी जाएंगी. अभी, सब कुछ इस बात पर निर्भर है कि NTA कब रिजल्ट घोषित करता है. एक बार रिजल्ट घोषित होने के बाद, हमें डेटा, रिजल्ट प्राप्त करने और उन्हें संसाधित करने के लिए कम से कम पांच दिन का समय मिलना चाहिए… लेकिन 3 अक्टूबर पंजीकरण की अंतिम तिथि होगी. हम पंजीकरण प्रक्रिया के बाद एक कैलेंडर बनाएंगे ताकि हमें उम्मीदवारों की सही संख्या का भी पता चल सके. जब तक CUET के रिजल्ट नहीं आएंगे, तब तक छात्र भ्रमित रहेंगे… हमें उन्हें उनकी (पाठ्यक्रम और कॉलेज) पसंद को भी सूचीबद्ध करने के लिए समय देना होगा.
वर्ष 2019-2020 में महामारी से पहले सभी अंडर ग्रेजुएट बैचों के लिए शैक्षणिक वर्ष 20 जुलाई को एक साथ शुरू हुआ था. इसके बाद महामारी के कारण हर साल प्रवेश में देरी हो रही है. इस साल पंजीकरण 12 सितंबर से शुरू होने के साथ यह अब तक का सबसे लेट सेशन हो सकता है.