
आज के समय में शुगर होना एक आम समस्या बन गई है। जिससे हर चौथा व्यक्ति परेशान है। खराब लाइफस्टाइल, खानपान के साथ-साथ जेनेटिक तरीके से यह छोटे से लेकर बड़े लोग इसके शिकार हो जाते हैं। आईएमसी के सर्वे के मुताबिक हर साल करीब 10 लाख लोगों की मौत शुगर के कारण हो जाती है। अगर इस समय रहते कंट्रोल नहीं किया गया तो किडनी, फेफड़ों के साथ-साथ आंखों पर बुरा असर पड़ेगा।
आपको बता दें कि ब्लड शुगर बढ़ने के कारण भारत में हर साल 14 करोड़ लोगों की आंखे कमजोर हो जाती हैं। 2 से 10 प्रतिशत लोग शुगर के कारण अंधे और 80 प्रतिशत लोगों को आंखों संबंधी समस्या हो जाती है। इसके अलावा 50 प्रतिशत को किडनी में इफेक्ट सबसे अधिक पड़ता है। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए हम कई तरह के उपाय अपनाते हैं। ऐसे में आप चाहे तो आक के पत्ते को इस्तेमाल कर सकते हैं।
आक का पौधा डायबिटीज में कैसे है लाभकारी
आक के पेड़ को मदार, अर्क के अलावा अकोवा नाम से भी जाना जाता है। इस पेड़ के पत्तियों, दूध के साथ-साथ फूल का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटी-डिसेंट्रिक, एंटी-सिफिलिटिक, एंटी-रूमेटिक, एंटीफंगल के साथ-साथ ऐसे तत्व पाए जाते जो आपको कुष्ठ रोग, डायबिटीज के अलावा कई स्किन संबंधी समस्याओं, अस्थमा आदि से निजात दिला सकता है।
ऐसे करें डायबिटीज के मरीज आक का इस्तेमाल
स्वामी रामदेव के अनुसार रात को सोने से पहले आक की पत्तियों को लेकर चकीनी वाले तरफ तलवे की ऊपर रखकर ऊपर से मोजे पहन लें और सुबह हटा दें। कुछ ही दिनों में आपका ब्लड शुगर कंट्रोल हो जाएगा।
आंखों में आक का दूध लग जाए तो
स्वामी रामदेव के अनुसार अगर आपकी आंखों में आक का दूध लग जाए तो इसके लिए गुड़ या शक्कर के पानी से आंखों को धो लें। इससे दूध निकल जाएगा। अगर आपको जोड़ों में काफी दर्द हैं तो इसके पत्तों को तवा में हल्का गर्म करके जोड़ों में लगा लें। इससे आराम मिलेगा।