Guruwar ke Upay : गुरु ग्रह को देव ग्रह माना जाता है इसीलिए गुरुवार का धार्मिक महत्व है.समान्यत यह गुरु शुभ फल ही देते हैं लेकिन कोई पाप ग्रह साथ में हो तो यही गुरु अनिष्ट भी कर देते हैं. कुंडली में यदि गुरु ग्रह की स्थिति कमजोर हो तो व्यक्ति का मन धार्मिक कार्यों में नहीं लगता और शिक्षा में असफल हो जाता है. ऐसा माना जाता है कि गुरु ग्रह दांपत्य जीवन को सुखमय बनाते हैं. गुरु धनु और मीन राशि के स्वामी है.

गुरुदेव को प्रसन्न करने और सकारात्मक फल प्राप्त करने के उपाय
इस दिन कबाड़ ना निकाले
घर में ईशान कोण का स्वामी भी गुरु ही होता है. इसका सीधा संबंध घर के छोटे सदस्यों से होता है. यह कौन धर्म और शिक्षा की दिशा है. कबाड़ घर से बाहर निकालना, इस कोण के प्रभाव को कम कर देता है.
दांपत्य जीवन में खुशी
गुरु ग्रह के कारण दांपत्य जीवन में खुशी आती है इस दिन लक्ष्मी नारायण की एक साथ पूजा करने पर असीम कृपा प्राप्त होती है.पति पत्नी दोनों के बीच कभी दूरियां नहीं आती.
हाथ में आया प्रमोशन हो जाता है दूर
जन्म कुंडली का दूसरा और 11 भाव धन का होता है, और गुरु इन दोनों स्थानों का कारक है. गुरुवार को गुरु ग्रह को कमजोर किए जाने वाले काम करने से धन की वृद्धि रुक जाती है. गुरुवार के दिन सिर धोना, कपड़े धोना नाखून काटना, सेविंग करवाना, मकड़ी के जाले साफ करना, उन कोनो की सफाई करना जहां रोज सफाई नहीं होती, इन सब के कारण भी गुरु ग्रह कमजोर होता है. तथा धन में कमी आती है.
आइए जानते हैं कुछ ऐसे उपाय जिनसे मिलेगी गुरु ग्रह की कृपा
प्रत्येक गुरुवार को शिवजी को बेसन के लड्डू का भोग लगाना चाहिए. इससे गुरु दोष दूर होता है.
गुरुवार को गुरु ग्रह के लिए व्रत रखना चाहिए और पीले कपड़े पहनने चाहिए. बिना नमक का खाना खाना चाहिए. पीली वस्तु जैसे आम बेसन के लड्डू, केले आदि का भोग लगाकर खाना चाहिए.
ॐ ब्रह्म बृहस्पति नमः इस गुरु मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए.
गुरुवार को पीली वस्तुओं जैसे सोना, हल्दी, चने की दाल, आम इत्यादि का दान करना चाहिए.
गुरुवार को सूर्योदय से पहले उठकर स्नान के बाद भगवान विष्णु के आगे घी का दिया जलाना चाहिए. और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए.
वृहस्पति जी की प्रतिमा को पीले कपड़े पर विराजमान कर उनकी आराधना करनी चाहिए और पीले चंदन,पीले फूल इत्यादि से पूजन करना चाहिए.
गुरुवार की शाम को केले के पेड़ के नीचे दिया जलाना चाहिए.
गुरुवार के दिन पूजा करके माथे पर केसर का तिलक लगाना चाहिए.
कैसे जाने आपका गुरु है कमजोर
यदि आप का पाचन तंत्र कमजोर है शरीर की के निचले हिस्से में असहनीय दर्द है तो आप समझ सकते हैं कि आपका गुरु कमजोर है.
गुरु कमजोर होने के कारण व्यक्ति आलसी हो जाता है.
गुरु कमजोर होने के कारण बच्चों के शारीरिक विकास में परेशानी आती है.
जिनका गुरु कमजोर होता है वह अपने घर से बाहर या दफ्तर में किसी न किसी षड्यंत्र में फंसे ही रहते हैं तथा निंदा के शिकार बनते है.
ऊपर दिए गए उपायों को करके भक्त अपने गुरु को मजबूत बना सकते हैं तथा कृपया प्राप्त कर सकते है.