
मेट्रो :- हरियाणा सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट दिल्ली- करनाल रैपिड मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर अभी बहुत बड़ी खबर आई है। अब रेलवे लाइन के साथ साथ नहीं बल्कि हाइवे किनारे ही दौड़ेगी रैपिड मेट्रो।
पहले दिल्ली से करनाल तक रैपिड मेट्रो की लाइन रेलवे लाइन के साथ ही बिछाने की प्लानिंग थी।
रैपिड मेट्रो के करनाल तक लाने के लिए महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट सिरे चढ़ने कीदिशा में बढ़ रहा है आगे. इस प्रोजेक्ट के साथ यह रैपिड मेट्रो को दिल्ली से करनाल तक रेलवे लाइन के साथ लाने की योजना पर भी विचार हुआ था। परन्तु अब जनता की सहुलियत और अन्य बिंदुओं को देखते हुए इसे खारिज कर दिया है । अब यह प्रोजेक्ट हाइवे के किनारे ही बनाया जाएगा। लिहाजा इससे लोगों के लिए अच्छा और फायदेमंद होगा।
करनाल के लिहाज से हाइवे के पास मेंअच्छी आबादी है। यहां तक आने के लिए पड़ोसी जिलों के लोगों को भी बहुत आसानी होगी।अलबत्ता पपहले स्तर पर इस प्रोजेक्ट को आरंभ करने का कार्य पूरा हो गया है।
ड्रोन सर्वे व पिलर लगाने के लिए मिट्टी जांच की प्रक्रिया शुरू में ही पूरी हो गई थी। आरम्भ में यह प्रोजेक्ट पानीपत तक का था, लेकिन सीएम मनोहर लाल की कोशिसो से इसे करनाल तक पहुंचा दिया गया।

हाइवे के साथ में ही आएगी रैपिड मेट्रो-कल्याण
घरौंडा के विधायक हरविंद्र कल्याण कह रहा है कि इस प्रोजेक्ट के तहत रैपिड मेट्रो को रेलवे लाइन के साथ में ही लाने का पहलू भी सामने आया था, परन्तु यह सिरे नहीं चढ़ सका।
जनता की सहुलियत और अन्य तरीको को देखते हुए इसे हाइवे के साथ साथ ही बनाया जाएगा। उन्होंने कहा है कि सीएम के प्रयासों से करनाल तक यह प्रोजेक्ट आया है। प्रदेश सरकार की ओर से इस प्रोजेक्ट को लेकर स्वीकृत मिल चुकी है। इस प्रोजेक्ट को लेकर बहुत तेजी से कार्य भी चल रहा है।
एक घंटे में आ जाएगी राजधानी
करनाल से दिल्ली तक पहुंचने के लिए बस या ट्रेन में ढाई घंटे तक लग ही जाते हैं। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद यही सफर सिर्फ एक घंटा और कुछ मिनट में तय हो जाएगा।
पिछले साल दिल्ली-पानीपत रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम आरआरटीएस को सरकार से मंजूरी मिल गयी थी। लकिन पहले यह प्रोजेक्ट दिल्ली से पानीपत तक था, लेकिन प्रदेश सरकार के प्रयासों से यह प्रोजेक्ट करनाल तक कर दिया गया है।
इस कार्य के जल्दी से होने की संभावना इस बात से है कि जब पहले दिल्ली से पानीपत तक का प्रोजेक्ट बना तो इसका कार्य बहुत तेजी से हुआ। नए स्टेशन व रूट तय हो गए थे और डीपीआर भी बन गई थी।
बलड़ी बाइपास, ऊंचा समाना व घरौंडा में बनेंगे स्टेशन
प्रोजेक्ट में दिल्ली से लेकर करनाल तक कुल 17 स्टेशन बनाए जाने चाहिए, करनाल जिले में पानीपत की ओर से आते हुए सबसे प्रथम स्टेशन घरौंडा में ही बनाया जाएगा।
अब इसके बाद ट्रेन में सवार होने के लिए एक स्टेशन ऊंचा समाना में बनाया जाएगा। जबकि तीसरा स्टेशन बलड़ी बाइपास के पास होगा। तीनों जगह ही हाइवे के साथ ही हैं।
ऊंचा समाना स्टेशन का लाभ आसपास के ग्रामीणों को मिलेगा तो साथ हाइवे से होकर भी स्टेशन पर जाया जा सकता है। जबकि बलड़ी बाइपास के स्टेशन नए बस स्टैंड के पास होगा।
यहां दूसरे जिलों से बसों में आकर लोग दिल्ली जाने के लिए ट्रेन के सफर का मजा ले सकेंगे। जबकि घरौंडा स्टेशन भी लोगों के लिए बहुत ही अच्छा रहेगा।
छह से 10 मिनट में मिलेगी सर्विस
अब इस प्रोजेकट की खास बात यह है कि ट्रेन का इंतजार लोगों को ज्यादा देर तक नहीं करना पड़ेगा। क्योंकि छह से 10 मिनट के बीच में ट्रेन स्टेशन पर पहुंच जाएगी। एक बार में ट्रेन मेंसिर्फ 250 लोग ही सवार हो सकेंगे।