
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को सभी देशवासियों को चेताया कि दूसरी लहर अभी पूर्ण रुप से गई नहीं है. एक और देश में 75 जिले अभी भी ऐसे हैं जहां पर अभी भी टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 10% से ज्यादा चल रही है. और दूसरी तरफ देश में मिल रहे कुल मामलों में 90% केस डेल्टा वेरिएंट के हैं. डेल्टा प्लस वेरिएंट के बारे में जानकारी देते हुए एनसीडीसी डायरेक्टर सुजीत सिंह ने बताया है कि 12 राज्यों में डेल्टा प्लस वेरिएंट के 51 मामले देखने को मिले हैं.
हरियाणा में डेल्टा वैरीअंट का पहला केस फरीदाबाद में देखने को मिला है. सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र में 22, तमिलनाडु में 9 मध्यप्रदेश में 7, पंजाब और गुजरात में 2-2, तथा उड़ीसा राजस्थान और कर्नाटक से 1-1 केस दर्ज किया गया है. इसीलिए भारत में भी डेल्टा प्लस वैरीअंट के बारे में जांच बढ़ा दी गई है.

विशेषज्ञों के अनुसार इसका म्यूटेशन डेल्टा वेरिएंट के जैसा ही है. इसीलिए हो सकता है इसके फैलने की रफ्तार भी वैसी ही हो.
हरियाणा में शुक्रवार को कोरोना के 131 नए केस देखने को मिले थे तथा 17 मरीजों की जान चली गई. अब प्रदेश में एक्टिव केसों की संख्या 1796 है. वहीं दूसरी और ब्लैक फंगस के कारण कल 6 मरीजों की मौत हो गई.
अल्फा बीटा गामा डेल्टा वेरिएंट के लिए भी कोविशील्ड और कोवैक्सीन है असरदार
डॉ अनुराग अग्रवाल जो इंस्टीट्यूट ऑफ जिनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी के डायरेक्टर है उन्होंने बताया कि 11 देशों में डेल्टा प्लस के 202 मामले देखें गए है. और अच्छी खबर तो यही है कि कोविशिल्ड और कोवैक्सीन इन पर भी प्रभावी है.
गर्भवती महिलाएं भी यह टीका लगवा सकती हैं. यह जानकारी एम्स के महानिदेशक डॉ बलराम द्वारा साझा की गई है. उन्होंने बताया कि अभी बच्चों के टीकाकरण के लिए कोई भी फैसला नहीं लिया गया है, इसके लिए अभी और परीक्षणों की आवश्यकता है. जब तक इससे संबंधित सारी जानकारी और आंकड़े हमारे पास नहीं होंगे तब तक बच्चों के टीकाकरण का खतरा नहीं उठा सकते. इसी लिए अभी बच्चों के लिए टीकाकरण के बारे में कोई फैसला नहीं लिया गया है.