
Ponniyin Selvan: हाल ही में कुछ दिनों से मणिरत्नम के डायरेक्शन में बन रही यह फिल्म ‘पोन्नियन सेल्वन’ काफी चर्चा में है। इस फिल्म में ऐश्वर्या राय बच्चन, विक्रम और कार्ती के लीड रोल वाली इस फिल्म का फर्स्ट लुक और टीजर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
इस फिल्म के दो पार्ट में बनने वाली इस फिल्म में दक्षिण भारत में लंबे समय तक शासन करने वाले चोल साम्राज्य की कहानी दिखाई गई है। ऐसे में लोगों के जहन में सवाल आ रहा है कि आखिर कौन थे चोल जिनके शासन का भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों में चलता था सिक्का और अधिक जान्ने के लिए आर्टिकल पूरा पढ़े.

टीजर में दिखी है चोल साम्राज्य की भव्यता- Ponniyin Selvan
Ponniyin Selvan फिल्म इसी नाम से लिखी गई एक नॉवल पर आधारित है जिसे तमिल राइटर कल्कि कृष्णमूर्ति ने लिखा है। फिल्म में चोल के योद्धा पोन्नियन का किरदार वही जयराम रवि ने निभाया है। वही दूसरी और अन्य किरदार विक्रम ने प्रिंस आदित्य, ऐश्वर्या राय बच्चन ने रानी नंदिनी और कार्ती ने आर्मी कमांडर वंतियातेवन का किरदार निभाया है।
फिल्म के टीजर में भव्य चोल साम्राज्य दिखाया है। जैसा टीजर में दिखाया गया है चोल साम्राज्य, वह उससे कहीं ज्यादा भव्य था। आज भी इस साम्राज्य की भव्यता उस दौर की इमारतों में उभरती है।
इतना बड़ा था चोल साम्राज्य – Ponniyin Selvan
Chola Dynasty क्षेत्रफल में आज के ब्रिटेन का 5 गुना हुआ करता था। वर्तमान में भारत के तमिलनाडु, केरल, ओडिशा से लेकर मालदीव, श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व एशिया के कुछ देशों तक फैला हुआ था चोल साम्राज्य।
माना जाता है कि इस चोल साम्राज्य की स्थापना ईसा पूर्व तीसरी सदी में हुआ था और इसका शासन सन 1279 ईसवी तक रहा। इस तरह से चोल साम्राज्य का शासन 1500 साल से ज्यादा समय तक रहा, यह एक लम्बा कार्यकाल शाशन था।
इस तरह माना जा सकता है कि यह किसी वंश द्वारा सबसे लंबे समय तक शासन का रेकॉर्ड माना जा सकता है।
यूनानी इरिथरियन, टॉलमी और कई इतिहासकारों ने चोल साम्राज्य के बारे में लिखा है। चोल साम्राज्य की स्थापना कावेरी नदी के किनारे हुई थी।

कई देशों में चलता था चोल राजाओं का सिक्का – Ponniyin Selvan
बताया जाता है की 9वीं से 13वीं शताब्दी के बीच चोल साम्राज्य मिलिटरी, पैसे, लिटरेचर, संस्कृति और कृषि के मामले में काफी तरक्की कर चुका था। दक्षिण पूर्वी एशिया में व्यापार के रास्ते चोल राजाओं ने कई देशों को अपनी कॉलोनी बना लिया था।
चोल साम्राज्य के सबसे मशहूर शासक राजराजा प्रथम ने कलिंग (ओडिशा), सिलॉन (श्रीलंका) और मालदीव तक फैला दिया था। राजराजा प्रथम ने ही चोल साम्राज्य की राजधानी तंजौर में मशहूर बृहदेश्वर मंदिर का निर्माण कराया था।
कांजीवरम में बनने वाली मशहूर सिल्क की साड़ी, कांचीपुरम का मंदिर और तमिल संस्कृति का संगम काल भी चोल साम्राज्य के समय में हुए थे।
अब चोल साम्राज्य की इस भव्यता को जानकर निश्चित ही आप ‘पोन्नियन सेल्वन’ देखने के लिए उत्साहित होंगे। यह फिल्म 30 सितंबर 2022 को तमिल के अलावा हिंदी, मलयालम, कन्नड़ और तेलुगू में रिलीज की जाएगी।
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