इन दिनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वॉट्सऐप (WhatsApp) पर एक मैसेज काफी वायरल हो रहा है. इस वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि ‘प्रधानमंत्री बेरोजगारी भत्ता योजना 2022’ के तहत देश के बेरोजगार युवाओं (Unemployed Youth) को जीवनयापन के लिए हर महीने 6000 रुपये दिए जा रहे हैं. वायरल मैसेज में कहा जा रहा है कि 6000 रुपये का मासिक भत्ता प्राप्त करने के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो गए हैं. वायरल मैसेज में एक लिंक भी दिया गया है, जिस पर क्लिक करने के बाद रजिस्ट्रेशन करने के लिए कहा जा रहा है.
क्या है प्रधानमंत्री बेरोजगारी भत्ता योजना 2022 की सच्चाई
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस मैसेज की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए PIB Fact Check ने इसकी पड़ताल की तो मालूम चला कि ये एक फर्जी मैसेज है, जिससे लोगों को जाल में फंसाकर फ्रॉड करने की कोशिश की जा रही है. PIB Fact Check ने वायरल मैसेज को लेकर बताया कि भारत सरकार इस तरह की कोई भी योजना नहीं चला रही है. इसके साथ ही लोगों को इस तरह के मैसेज को फॉरवर्ड न करने की भी अपील की गई है.
लोगों से इस तरह के फर्जी मैसेज फॉरवर्ड न करने की अपील
PIB Fact Check ने ट्विटर पर लिखा, ”एक वायरल Whatsapp मैसेज में दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री बेरोजगारी भत्ता योजना के तहत सरकार बेरोजगार युवाओं को हर महीने 6,000 रुपये का भत्ता दे रही है. यह मैसेज फर्जी है. भारत सरकार ऐसी कोई योजना नहीं चला रही. कृपया ऐसे मैसेज फॉरवर्ड न करें.”
इस तरह से लालच देकर खाली कर दिए जाते हैं लोगों के बैंक खाते
बताते चलें कि साइबर क्राइम में शामिल अपराधी ऑनलाइन फ्रॉड करने के लिए इस तरह की फर्जी सरकारी योजनाओं के नाम से सीधे-सादे लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं और उन्हें पैसों का लालच देकर लिंक पर क्लिक करने के लिए मजबूर करते हैं. लिंक पर क्लिक करने के बाद लोगों से उनकी निजी जानकारियां प्राप्त कर ली जाती हैं, जिससे बैंक खातों को खाली करना बहुत आसान हो जाता है.