
CBSE ने नई नीतियाँ लागू की, जिसमे अब वह हर साल दो बार परीक्षा लेगी। जिससे की छात्रों को बहुत फायदा मिलेगा। 10 वीं और 12 वीं की परीक्षा को दो टर्म में लिया जाएगा। पहली टर्म की परीक्षा नवंबर और दिसंबर के महिना में होगी। और वहीं दूसरे टर्म की परीक्षा मार्च-अप्रैल में आयोजित होंगी।
डीएवी स्कूल के कोऑर्डनैटर आशिक कुमार का कहना है कि कोरोना की वजह से पिछले दो सालों में 10 वीं और 12 वीं की बोर्ड परीक्षा नहीं जा सकी है। इसलिए सीबीएसई ने इस साल से अपनें नीतियों में काफी बदलाव किये है।
सीबीएसई ने अपने परीक्षा Pattern में किया बदलाव
सीबीएसई ने छात्रों कि सुविधा को देखते हुए अपने परीक्षा नीति में बदलाव किया है। अब परीक्षा को दो टर्म में लिया। पहला टर्म नवंबर-दिसंबर में और दूसरे टर्म की परीक्षा मार्च अप्रैल के महीने में आयोजित होंगी। साथ ही सीबीएसई ने यह भी कहाँ है कि दोनों टर्म के पेपर के समय बाहर से आए शिक्षक की ड्यूटी लगेगी। बच्चों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
और परीक्षा के थ्योरी के साथ-साथ समय से पहले छात्रों को अपने प्रैक्टिकल और प्रोजेक्ट को भी पूरा करना होगा। क्योंकि प्रैक्टिकल और प्रोजेक्ट के नंबर सीधा बोर्ड के नंबर पर प्रभाव डालते है। इसलिए इस बार से प्रैक्टिकल और प्रोजेक्ट के नंबर को भी ज्यादा महत्व दिया जाएगा। और इस बाद बोर्ड की परीक्षा अपने समय पर ही होंगी।