
काफी लोगों ने एस्ट्रोजेना वैक्सीन को लगवाया था, जिसमे कुछ लोगो को हेल्थ से सम्बंधित समस्या देखने को मिली थी। जिससे लोगो ने खून (blood clotting) की समस्या को जताया है।
Blood clotting की खबर बहुत ही तेजी से वायरल हो रही है। यह भारत मे ही नही, भारत देश के अलावा कई देशों में यह

ये वो लोग हैं जिन्हें कोरोना की वैक्सीन लगने के बाद स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हुई थी। भारत में इसकी समीक्षा की जा रही है। साथ ही यह भी समझने की कोशिश की जा रही है कि क्या टीके से खून के थक्के के जमने का कोई संबंध है या नहीं।
कई देशों से खून के थक्के के जमने की शिकायत के बाद ऑक्सफोर्ड ने एस्ट्राजेनेका द्वारा बनाए गए टीके पर प्रतिबंध लगा दिया है। भारत में भी इस वैक्सीन का इस्तेमाल हो रहा है। भारत में इसे कोविशील्ड के नाम से जाना जाता है और इसका निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा किया जा रहा है।
टीकाकरण के बाद प्रतिकूल प्रतिक्रिया के लिए भारत में कोविशील्ड और कोवैक्सीन के आवेदन के बाद होने वाले दुष्प्रभावों से संबंधित डेटा की जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि रक्त के थक्के से कोई संबंध है या नहीं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ की टीम भी ब्लड क्लॉटिंग पर सक्रिय हो गई है। हालांकि, भारत में कोई मामला सामने नहीं आया है। विशेषज्ञों द्वारा जांच की जा रही है। भारत में हो रही जांच की रिपोर्ट को इसी सप्ताह अंतिम रूप दिया जा सकता है। दूसरे देश भी भारत के आंकड़ों पर नजर बनाए हुए हैं।
विशेषज्ञों ने कहा है कि रक्त का थक्का बनना एक दुर्लभ स्थिति है। कुछ लोगों में प्लेटलेट्स न होना भी इसका एक अहम कारण है। दुनिया भर में लाखों लोगों को टीका लगाया गया है, लेकिन कुछ चुनिंदा लोगों ने ही ऐसे मामलों की सूचना दी है।
Mai covishield ki dono dose le chuka hu. Lekin lene k baad mujhe chest pain rahta hai. Koi mujhe suggest kare ki mai kya karu. 9818197003