
अडानी :- आज देश के जाने माने उद्योगपति गौतम अडानी जो भारत के सबसे अमीर बिजनेसमन को आज के समय टक्कर दे रहे हैं आज उन्होंने एक बार फिर नया कीर्तिमान

स्थापित किया है। इस बार अडानी ने चीन को टक्कर लेने का मन बना लिया है और पूरे जोर- शोर से इसकी तैयारी में भी लगे हैं।
खबरों की माने तो अरबपति गौतम अडानी की फर्म अडानी पोर्ट्स ने 14 जुलाई को लोकल बिज़नेस पार्टनर केमिकल एंड लॉजिस्टिक्स ग्रुप गैडोट के साथ मिलकर इजराइल के हाइफा पोर्ट के निजीकरण का टेंडर जीता है। इजरायल का यह बहुत ही अहम बंदरगाह है जो की भू-मध्यसागर के तट (Mediterranean Sea Cost) पर स्थित है। साथ ही यह बंदरगाह व्यापार के सबसे बड़े और प्रमुख केंद्रों में से एक है।
खबरों के मुताबिक, अडानी और उनके पार्टनर ने यह टेंडर 4.1 अरब शेकेल (1.18 अरब अमेरिकी डॉलर) की कीमत पर जीता। इजरायल को उम्मीद है कि इससे आयात कर की कीमतें कम होंगी और इजरायल के बंदरगाहों पर अब लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
अगर बात करे तो इजराइल में अडानी का यह पोर्ट एक निजी बंदरगाह के साथ प्रतिस्पर्धा करेगा जिसने पिछले साल खाड़ी में अपना बंदरगाह खोला था और प्रतिद्वंदी और कोई नहीं बल्कि चीन का शंघाई इंटरनेशनल पोर्ट ग्रुप (एसआईपीजी) है। तो अब यह देखना है कि अडानी के सामने चीन का यह पोर्ट ग्रुप कितने समय तक टिक सकेगा?
देश के हर क्षेत्र में अडानी का परचम- अडानी
आज अडानी देश के वह उद्योगपति हैं जिन्होंने शून्य से शुरुआत कर आज तीन दशकों की मेहनत के बाद अपने बल पर सात सूचीबद्ध कंपनियां खड़ी कीं जिनकी बाजार में आज 153 बिलियन डॉलर का संयुक्त बाजार पूंजीकरण कमा रही है।
लगता है आज अडानी के पास बिज़नेस की जो समझ और ज्ञान है वह शायद ही किसी के पास हो। अडानी लगातार हर तरह के क्षेत्र में पैर जमा रहे हैं और सफलता लगातार हासिल कर रहे हैं। फिर चाहे वह कोयले का व्यापार हो, हवाई अड्डे का संचालन, ग्रीन एनर्जी हो या फिर इंफ्रास्ट्रक्चर एम्पायर, ये अडानी की व्यावसायिक कौशल का एक छोटा सा नमूना हैं।