

रोहतक जिले के विजय नगर में एक परिवार में चार लोगों को हत्या हो जाती है। पुलिस को जांच के लिए बुलाया जाता है पुलिस को इस चार लोगों की हत्या की गुत्थी को सुलझाने में चार दिन लग गए। पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा ने एक बहुत ही बड़ा खुलासा किया। इस घाटना को उस घर के एक लौटे बेटे ने ही अंजाम दिया था।
पुलिस ने पूछ-ताछ के दौरान आरोपी अभिषेक उर्फ मोनू ने अपने जुर्म को कबूल कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी अभिषेक जब पहली बार पूछ-ताछ की तो वह बच गया था। लेकिन बार-बार वह अपने बयान को बदल रहा था इसलिए पुलिस को आरोपी अभिषके पर दोबारा शक हुआ। जिसके बाद पुलिस ने अभिषेक उर्फ मोनू को पूछ-ताछ के लिए दुबारा बुलाती है। जिसके बाद अभिषेक ने अपने जुर्म को कबूल कर लेता है। और पुलिस को सारी घटना के बारें में बता देता है।
आरोपी अभिषक के बयान के अनुसार उसके पिता प्रदीप एक प्रॉपर्टी डीलर है। वे अपनी सारी प्रॉपर्टी अपने बेटी तमन्ना के नाम किये थे। जो की यह बात आरोपी अभिषेक को बिल्कुल पसंद नहीं था और वह इस बात से बहुत नाराज था। वह अपनी बहन से जलने लगा। 27 अगस्त ने दिन वह अपने मम्मी, पापा, अपनी नानी और अपनी बहन को मार दिया।
पुलिस ने कई दिनों से इस केस की गुत्थी सुलझाने की कोशिश कर रही थी। पुलिस को आरोपी अभिषेक पर तब शक हुआ जब उसके पुलिस के पूछने पर अपने बयान को बदलने लगा। प्रदीप एक प्रॉपर्टी डीलर थे तो पहले पुलिस को लगा था कि शायद किसी जमीनी विवाद में इस घटना को कोई अंजाम दिया होगा। लेकिन यहाँ तो आपके एक लौते बेटे ने ही माता-पिता, बहन और नानी को मौत के घाट सुला दिया।